tag:blogger.com,1999:blog-3347840113721667090.post8495511104418126358..comments2023-07-09T20:25:45.260-07:00Comments on उल्टा तीर पत्रिका [आतंकवाद और हम]: कल का बहता लहूँ, आज का उठता धुआँउल्टा तीर [अमित के सागर - अकेसा]http://www.blogger.com/profile/02851512989313528812noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3347840113721667090.post-85276847262776422542008-08-10T00:42:00.000-07:002008-08-10T00:42:00.000-07:00देश की आज़ादी के दीवाने ने ऐसी आजादी की कल्पना नह...देश की आज़ादी के दीवाने ने ऐसी आजादी की कल्पना नही की होगी जिसमें जिसमें भ्रष्टाचार, वैमस्य और रिश्वतखोरी हो। आज देश की आजादी के लिये लाखों सेनानियों की रक्त कुर्बानियों को आज की युवा पीढ़ी सिगरेट के धुयें में उड़ाती चले जा रही।है तो क्यो इसका जवाब भी हमे ही देना होगा और शहीदों पर उगली उठा कर हम फ़िर वही गलती करेंगे इसे अच्छा तो यही की हम वो करे जो हमे पसंद है लकिन पहले अपने परिवार ,समाज ,राज्य और देश को सही कर्म मे प्राथमिकता देकरkarmowalahttps://www.blogger.com/profile/13293541237818023254noreply@blogger.com