tag:blogger.com,1999:blog-3347840113721667090.post4883153919065242166..comments2023-07-09T20:25:45.260-07:00Comments on उल्टा तीर पत्रिका [आतंकवाद और हम]: “दिनकर जी” की एक अप्रतिम रचनाउल्टा तीर [अमित के सागर - अकेसा]http://www.blogger.com/profile/02851512989313528812noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3347840113721667090.post-32292311903507029292008-08-10T02:54:00.000-07:002008-08-10T02:54:00.000-07:00जब आए आन पर तो दिनकर जी के शब्दों को सच कर दिखाता ...जब आए आन पर तो दिनकर जी के शब्दों को सच कर दिखाता है हर भारतीय अब तो हम एक अरब है अमित जी इस तरह की रचना से हम जैसे लोगो को रचना लिखने की प्रेरणा मिलती हैkarmowalahttps://www.blogger.com/profile/13293541237818023254noreply@blogger.com